तथाकथित, झूठे रेप के मामले में होने वाला है शीघ्रवत-शीघ्र खुलासा*

 


 तथाकथित, झूठे रेप के मामले में होने वाला है शीघ्रवत-शीघ्र खुलासा 

प्रॉपर्टी विवाद के मामले में षड्यंत्र द्वारा दर्ज कराए गए इस झूठे F.I.R में सुपारी लेने वाली महिला पत्रकार तथा एक संपादक तथा एक वकील इन तीनों का कॉल डीटेल चेक करने से पूरे षड्यंत्र का खुलासा हो जाएगा |

तथाकथित पीड़िता ने पहला कॉल सुपारी लेने वाली महिला पत्रकार को किया इसके बाद सुपारी लेने वाली महिला पत्रकार ने अपने मोबाइल से एक संपादक को फोन किया और बोला कि काम फिट हो गया है, तथा वही सुपारी लेने वाली महिला पत्रकार ने दूसरा कॉल वकील साहब को किया कि आपने जिस बात की सुपारी मुझे दिया था वह काम हो गया है आप तुरंत तुलिंज पोलीस स्टेशन में पहुँचिए व उस व्यक्ति पर रेप का मामला दर्ज कराने में उस महिला की मदत करिए क्योंकि वह स्थानिक नहीं है उसको मैंने सेटिंग करके बाहर से बुलाया है | फोन पर बात होते ही तुरंत प्रॉपर्टी विवाद वाला व्यक्ति अपने मकसद में कामयाब होने के लिए पोलीस स्टेशन पहुँच गया व यंत्रणा पर प्रेशर देकर यह झूठा मामला दर्ज कराया था | तथाकथित पीड़िता झूठा मामला दर्ज कराने की साजिश करने वाले व्यक्ति के हर फंक्शन व हर कार्यक्रम में उपस्थित रहती है | F.I.R Copy पढ़ने मात्र से मालूम पड़ जाता है कि झूठा गुन्हा साजिश के तहत दर्ज कराया गया है क्योंकि तथाकथित पीड़िता ने चाय कभी पिया ? रेप के पहले या रेप के बाद ? F.I.R में तो लिखा है कि कार्यालय में पहुँचते ही रेप हुआ किन्तु सभी गवाह,फिर्यादी, आरोपी,पोलीस यंत्रणा,पंच,चाय वाला खुद,सभी ने यह स्वीकारा है कि दोनों (फिर्यादी व तथाकथित आरोपी) ने चाय पिया है, तो यह चाय कभी पिया ? बीमा फॉर्मेट में (पेपर में) पीड़िता का स्वाक्षरी Timing के साथ 11AM का है जबकि F.I.R की Copy में 9AM TO 11AM को खाड़ाखोड़ करके 9AM TO 9:30AM किया गया है भला किसी का रेप हुआ हो या उसकी छेड़खानी हुई हो 9 बजे और वह महिला 11 बजे तक रुककर अपना बीमा कराएगी ? इस संपूर्ण प्रकरण का खुलासा भारत जनपक्ष न्यूज़ चैनल द्वारा किया जाएगा |

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