Breaking News Nalasopara East: सी.पी.सिंह फँसते नज़र आ रहे है |
Breaking News Nalasopara East: सी.पी.सिंह फँसते नज़र आ रहे है |
सी.पी.सिंह को मिला अचोले पुलिस का नोटिस....
प्राप्त जानकारी के अनुसार सी.पी.सिंह को फिर एक बार घाम फूटा है | अपने ही मकड़जाल बुरी तरह से खुद ही फँसते जा रहे है |
(1) दिनांक 14/12/2012 को सी.पी.सिंह के गवाह सी.पी.सिंह के समक्ष बयान दिया DYSP कार्यालय में कि मला दोन करारनामे मला दाखविले
(A) दिनांक अप्रैल 2008 का करारनामा
(B) दिनांक 11/08/2009 का करारनामा
जब कि रजिस्टर्ड 18/11/2009 का करारनामा है फिर (A) व (B) रजिस्टर्ड व नॉन रजिस्टर्ड पृष्ठ क्र. 1,4,14,15,16 भिन्न है |
(2) सी.पी.सिंह बोला कि नॉन रजिस्टर्ड गु.र.क्र. 203/10 में दिया हूँ तो फ्रँकिंग उसमें था या नहीं ? फोटो था या नहीं ? क्रेता, विक्रेता, गवाह का मूल हस्ताक्षर था या नहीं ? नोटरी था या नहीं ? मूल नोटरी या कि मूल सत्यप्रत ? गु.र.क्र. 203/10 में क्या दिए मूलप्रत या सत्यप्रत और फ्रँकिंग कैसे हुआ ? फ्रँकिंग कितने दस्त पर हुआ है ? स्टॅम्प-पेपर क्यों नहीं लगा है ?
नोट: मी एक करारनामा एवजी 11965/2009 दूसरेची उल्लेख केला नाही. फिर MSEDCL, महापालिका, उपनिबंधक में फर्जी सत्यप्रत नोटराइज क्यों जमा किए ?
सी.पी.सिंह से स्थानीय पोलीस नॉर्मल Question किया है ? स्टेप बाय स्टेप 66 सवालों का जवाब उनको देना है |
F.I.R No. 203/10 दर्ज कराते समय सी.पी.सिंह ने उसमें लिखवाया है कि सन् 2006 से रहता हूँ | क्रॉस F.I.R 356/12 में सी.पी.सिंह का बयान है 2006/2004/2008 व 2009 से रहता हूँ जब कि पति-पत्नी के बीच दस्त 11965/2009 दिनांक 18/11/2009 को बना है दिनांक 18/11/2025 तक, दिसंबर 2025 तक Possesion Letter क्यों नहीं बना है ? दिनांक 03/08/2021 को सी.पी.सिंह ने लिखित दिया है कि उनको ताबा बिल्डर ने दिया फिर तो बिल्डर ने करारपत्र भी दिया होगा 4 तरह का ताबा पावती सी.पी.सिंह ने बनाया व नष्ट किया दिनांक 15/04/2008 का मूलदस्त ? BNS 240/318/338/247/238/61(2)/340 इन्हीं सात धाराओं के तहत गुन्हा दर्ज किया जाना चाहिए | सी.पी.सिंह अपना बयान दर्ज कराने में टालाटाल कर रहा है, इस कारण मामला दर्ज करने में पुलिस भी वर्षों से टालाटाल कर रही है |
~✍🏻संजीव भागीरथी पाण्डेय
भारत जनपक्ष न्यूज़ चैनल
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